तपती धूप में बर्फ की नमी है माँ का आँचल रुखरे धरती पर मखमल का बिस्तर है माँ का आँचल ठिठुरती... तपती धूप में बर्फ की नमी है माँ का आँचल रुखरे धरती पर मखमल का बिस्तर है माँ...
महफ़िल में वाह-वाह और चीख़ उठता हूँ मैं वीराने में। महफ़िल में वाह-वाह और चीख़ उठता हूँ मैं वीराने में।
तुम किताबों में छुपी कोई फटी तस्वीर हो, तुम किसी की याद में रोते ह्रदय का नीर हो तुम किताबों में छुपी कोई फटी तस्वीर हो, तुम किसी की याद में रोते ह्रदय का नीर हो
उनके मखमली पैरों में न चुभना जिनके लिए हम नम आँखों में समुद्र छिपाये है। उनके मखमली पैरों में न चुभना जिनके लिए हम नम आँखों में समुद्र छिपाये है।
बेख़बर होकर भला हम क्यों जिये आ गया तुझमें ही खपने और तुम। बेख़बर होकर भला हम क्यों जिये आ गया तुझमें ही खपने और तुम।
तुम शामिल हृदय की गहराईयों के सम्मान में विराजमान कान्हा तुम्ही मेरे अंतर्मन में प्राण तुम शामिल हृदय की गहराईयों के सम्मान में विराजमान कान्हा तुम्ही मेरे अंतर्मन ...